GST Suvidha Center and Accounting in Hindi
अगर कोई किसी व्यापार का हिस्सा है और भविष्य में किसी भी टैक्स सम्बंधित दिक्कतों से बचना चाहते है तो उनके लिए बहुत ज़रूरी है की उनके पास अपने व्यापार के लेन - देन का पूरा हिसाब हो जिसके लिए वो एक अकाउंटेंट से संपर्क कर सकते है या किसी सीए से काम भी करवा सकते है , अकाउंटेंट या सीए उनके व्यापार का पूरा अकाउंट यानी व्यवसाय में कितना खर्च हुआ है जैसे आमदनी या लागत , कितना बकाया है तथा लाभ या हानि , इन समस्त जानकारियों के डाटा का अनुरक्षण रखता है। एकाउंटिंग तीन प्रकार के होते है 1. व्यक्तिगत लेखा - ऐसे एकाउंटिंग जो किसी एक कंपनी , आर्गेनाइजेशन या व्यक्ति से जुड़े होते है उसे व्यक्तिगत लेखा कहते है। इसमे खाली किसी से कितने पैसे लेने है या कितने देने है उसकी जानकारी होती है। 2. वास्तविक खाता - वस्तु या संपत्ति से सम्बंधित एकाउंटिं